Nostalgic summer of my childhood : बाळकपण की गर्मी के मजे
Nostalgia : अतीत की ललक Nostalgia आमतौर पर हमारे पिछले स्वयं के लिए एक तड़प है, न कि केवल एक समय और स्थान के लिए। हम अपने आप के पुराने संस्करण से मिलना चाहतें हैं जीना चाहतें हैं ,इस पर विचार किए बिना कि यह अच्छा था या बुरा , वो हमारी प्यारी यादें हैं हम उन सकारात्मक भावनाओं को महसूस करने के लिए तरसते हैं जिन्हें हमने महसूस किया था, अपने आप के संस्करण से जुड़ने के लिए जो हम उस समय थे जिसे हम याद कर रहे थे। शायद हम अधिक लापरवाह महसूस करते थे, शायद हमें खुशी या उपलब्धि की भावना महसूस होती थ। एक सुहानी शाम को बैठ कर मुझे याद आ जाती है गर्मी जिसमे पसीनों से तर बतर थी पर लापरवाही और मौज थी उस गर्मी के बारे में मैं खुद को याद दिलाती हूं यही वो अतीत की याद है जिसे फिर से जीना चाहती हूँ। बाळकपण की गर्मी के मजे गाळा मैं सपड़-सपड़ , भैस्यां की राम्भा की , चिड़िया की चीं चीं , डाळी प आम्बा की, मिल क न यैं सारे शोर, एक सूंदर गीत बणाया करदे , बाळकपण की गर्मी म भी मजे कसूते आया करदे। ऊंघया जांदे पड़े खाट म , माँ के रुक्के की बाट म। अक आकै नै माँ ठावैगी,थोड़े से तो लाड़ लड़ावैगी। होके ने तैयार, शीत